1) सुबह के वक्त का सोना रिज़्क को रोकता है.
2) बात करने से पहले सलाम किया करो.
3) पाकी आधा ईमान है.
4) वज़ू नमाज़ की कुंजी है.
5) नमाज़ दीन का सुतून है.
6) दुआ इबादत का मग्ज़ है.
7) क़ुरआन की तिलावत बेहतरीन इबादत है.
8) रोटी की इज़्ज़त किया करो.
9) बाजार में खाना हलकेपन की निशानी है.
10) पानी देखकर पिया करो.
11) इल्म का हासिल करना हर मुसलमान मर्द और औरत पर फर्ज़ है.
12) हया ईमान का जुज़ है.
13) साफ-सुथरे रहो क्यों कि इस्लाम साफ-सुथरा मज़हब है.
14) मां के कदमों के नीचे जन्नत है.
15) बाप जन्नत के दरवाज़ों में से बीच का दरवाज़ा है
16) चचा का मर्तबा बाप के बराबर है ख़ाला का मर्तबा मां के बराबर है.
17) पड़ोसी का भी हक़ है.
18) जो बड़ो की इज़्ज़त नही करता वो हम में से नही.
19) एक मुसलमान दूसरे मुसलमान का भाई है.
20) अच्छी बात करना नेकी है.
21) जिसने बद ज़बानी की उसने जु़ल्म किया.
22) खुश ख़ुल्क़ी आधा दीन है.
23) जो लोगों पर रहम नहीं करता ख़ुदा उसपर रहम नही करता
24) माफ़ करना बड़ी दौलत है.
25) जो गु़रुर करता है. अल्लाहतअाला उसको गिरा देता है
26) जो अल्लाहतअाला के वास्ते आजिज़ीइख़्तेयार करता है. अल्लाहतअआलाउसको बुलंद करता है.
27) ज्यादा हँसी दिल को मुर्दा करदेती है.
28) सच बात कहो अगरचे वो कड़वी मालूम हो.
29) झूट रिज़्क को घटा देती है.
30) ग़ुस्से से परहेज़ करो.
31) ग़ीबत क़त्ल से बढ़कर है.
32) चुग़लख़ोर जन्नत में दाख़िल न होगा.
33) सब्र के साथ अल्लाह की मदद होती है.
34) अमानतदारी इज़्ज़त का सबब है.
35) वादा फर्ज़ के बराबर है.
36) जन्नत सख़ी लोगों का घर है.
37) बख़ील लोग जन्नत में दाखिल न होंगे.
38) रात में भूखा सोना कमज़ोर करता है.
39) जैसा करोगे वैसा भरोगे.
40) बा वज़ू सोया करो.