async='async' crossorigin='anonymous' src='https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-6267723828905762'/> MASLAK E ALAHAZRAT ZINDABAAD: दुरुद-ए-गौसिया पढ़ने की फ़ज़ीलते

Sunday, November 6, 2022

दुरुद-ए-गौसिया पढ़ने की फ़ज़ीलते

 अल्लाहुम्मा सल्ली अला सय्यिदिना व मौलाना मौहम्मदिम
मा-अ-दिनिल जूदी बल किरामी वबारिक वसल्लिम  

 (1) दुरूद-ए-गौसिया रोज़ाना 11 बार पढ़ने की फ़ज़ीलत
इंशाअल्लाह उसके दिल की हर मुराद पूरी होगी 

 (2) दुरूद-ए-गौसिया रोज़ाना 111 बार पढ़ने की फ़ज़ीलत
इंशाअल्लाह वो शख्स हर बुरी बला और मुसीबत से महफूज़ रहेगा 

(3) दुरूद-ए-गौसिया हर नमाज़ के बाद 7 बार पढ़ने की फ़ज़ीलत
इंशाअल्लाह वो शख्स शैतान के शर से महफूज़ रहेगा  

(4) दुरूद-ए-गौसिया रोज़ाना रात को 33 बार पढ़ने की फ़ज़ीलत
इंशाअल्लाह उसका चेहरा नूरानी हो जाएगा  

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