async='async' crossorigin='anonymous' src='https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-6267723828905762'/> MASLAK E ALAHAZRAT ZINDABAAD: इब्लीस वहाबियों से सवाल किया

Friday, November 13, 2015

इब्लीस वहाबियों से सवाल किया

इबलीस ने वहाबीयों तबलीगियों से सवालकियासवाल किया मैँ 800000 सालतक फरिश्तो के साथ रहा 400000 साल तक जन्नत काखजान्ची रहा 200000 साल तक फरिश्तो का वाअजकरता रहा 300000 साल तक मुकर्रबीन का सरदार रहा140000 साल तक अर्श का तवाफ करता रहा1..पहलेआसमान पर मेरा नाम आबिद था दूसरे आसमान पर मेरानाम जाहिद था तीसरे आसमान पर मेरा नाम बेलालथा चौथे आसमान पर मेरा नाम वालि था पाँचवेआसमान पर मेरा नाम तका था छठेँ आसमान पर मेरानाम कहाजान था सातवेँ आसमान पर मेरा अजाजीलथा और लूहेमहफूज पर इबलीस2..अब इंसाफ से बता भाई मैँभी तौहीदी था और तू भी तौहीदी है3..मैँ भी नमाजेँबहुत पढता था और तू भी बहुत पढता है4..मैँ भी अल्लाह केसिवा किसी और कि ताजीम नही करता था तू भीनही करता है5..मैँने भी अम्बिया कीराम कि तौहीन कीऔर तूने भी की6..मैँने भी तो रसूल ल्लालह कि अजमत कोनही माना और तू ने भी नही माना7..मैँने भी रसूलल्लालह को आम बशर कहा मुझे भी मोहम्मदसल्लललाहो अलैहे वसल्लम कि वलादत पर बहुत दुख हुआईद मिलादुन्नबी पर तू भी तो खुश नही हैमिलाद सेनफरत है8..जिस खाने पर सूरह फातेहा पढ दिया जाये मैँउसे नही खाता और तू भी तो नही खाता है9..मैँ भीअम्बिया का गुश्ताख था तू भी तो हैफिर इंसाफ सेबता मैँ हो गया शैतान और तू कैसे हो गयामुस्लमान?

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